भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक रिश्तों में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया जब भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नौ सालों में पहली बार पाकिस्तान का दौरा किया। इस्लामाबाद में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की सरकार प्रमुखों की परिषद की बैठक के दौरान जयशंकर और उनके पाकिस्तानी समकक्ष इशाक डार के बीच अनौपचारिक बातचीत हुई। इस बैठक में दोनों देशों के बीच बातचीत का माहौल पहले की तुलना में कहीं अधिक सकारात्मक रहा। ऐसे समय में जब दोनों देशों के बीच लंबे समय से तनावपूर्ण संबंध रहे हैं, यह मुलाकात क्षेत्रीय सहयोग और आपसी समझ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखी जा रही है।विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के बीच अनौपचारिक बातचीत हुई, जो नौ वर्षों में किसी भारतीय विदेश मंत्री की पाकिस्तान की पहली यात्रा थी।
मुख्य तथ्य:-
- विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के बीच अनौपचारिक बातचीत हुई, जो नौ वर्षों में किसी भारतीय विदेश मंत्री की पाकिस्तान की पहली यात्रा थी।
- शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के सरकार प्रमुखों की परिषद की बैठक के समापन पर इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने लंच की मेजबानी की।
- दोनों देशों के राष्ट्रीय बयानों में इस बार विवादास्पद मुद्दों का जिक्र नहीं था।
- जयशंकर ने अपने भाषण में SCO क्षेत्र में भरोसे की कमी और सहयोग की कमी पर चर्चा की, और चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) पर भारत की चिंताओं को उठाया।
- जयशंकर ने सीमा पार आतंकवाद को SCO चार्टर के तहत “तीन बुराइयों” (आतंकवाद, अलगाववाद, उग्रवाद) के रूप में संदर्भित किया।
- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अपने भाषण में कश्मीर मुद्दे का उल्लेख नहीं किया, जो पहले की बैठकों में उठाया गया था।
- यह बैठक 2023 में गोवा में हुई SCO विदेश मंत्रियों की बैठक और यूएन महासभा की बैठक की तुलना में अधिक सौहार्दपूर्ण थी।
महत्वपूर्ण बिंदु | विवरण |
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बातचीत का स्वर | भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से अधिक सकारात्मक और अनौपचारिक |
SCO बैठक स्थल | इस्लामाबाद, पाकिस्तान |
बैठक में भाग लेने वाले देश | भारत, पाकिस्तान, रूस, चीन, ईरान, बेलारूस, मध्य एशियाई राज्य |
भारतीय विदेश मंत्री का बयान | भरोसे और सहयोग की कमी पर चर्चा, सीमा पार आतंकवाद और क्षेत्रीय संप्रभुता की बात |
कश्मीर पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का बयान | कश्मीर मुद्दे का उल्लेख नहीं किया गया |
SCO चार्टर का संदर्भ | “तीन बुराइयाँ” – आतंकवाद, उग्रवाद, अलगाववाद |
1. भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने नौ वर्षों बाद पाकिस्तान में किस बैठक में हिस्सा लिया?
2. एस. जयशंकर ने पाकिस्तान के किस प्रधानमंत्री के साथ अनौपचारिक बातचीत की?
3. एस. जयशंकर ने SCO बैठक में किस मुद्दे पर चर्चा की जो भारत की प्रमुख चिंता है?
4. एस. जयशंकर ने SCO में किस देश के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव पर भारत की चिंता जताई?
5. किस मुद्दे का उल्लेख पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने SCO बैठक में नहीं किया?