नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 12वीं के छात्रों के लिए एक बड़ी घोषणा करते हुए 2025 का बोर्ड परीक्षा परिणाम जारी कर दिया है। हर साल की तरह इस साल भी लाखों छात्र-छात्राएं बेसब्री से इस दिन का इंतजार कर रहे थे, और अब रिजल्ट के साथ-साथ पास पर्सेंटेज और जोन वाइज प्रदर्शन की भी पूरी जानकारी सार्वजनिक कर दी गई है।
इस बार का CBSE 12वीं रिजल्ट कई मायनों में खास रहा है। जहां छात्राओं ने एक बार फिर लड़कों पर बढ़त बनाई, वहीं कुछ जोनों ने टॉप पर रहकर पूरे देश में अपनी धाक जमाई है। आइए जानते हैं इस बार का पास पर्सेंटेज, रिजल्ट ट्रेंड, टॉप जोन और उन छात्रों की स्थिति जो कंपार्टमेंट की श्रेणी में आए हैं।
पास पर्सेंटेज में बढ़ोत्तरी, लेकिन चुनौतियां अभी बाकी
CBSE द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, इस बार कुल 88.39 प्रतिशत छात्र सफल हुए हैं। यह दर पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ी अधिक है, जो यह दर्शाती है कि छात्रों की तैयारी और प्रदर्शन में सुधार हुआ है। हालांकि बोर्ड ने यह भी स्वीकार किया है कि कुछ छात्रों को कंपार्टमेंट में रखा गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सुधार की गुंजाइश अब भी बाकी है।
2024 की तुलना में पास पर्सेंटेज में हल्की बढ़ोत्तरी ने छात्रों और अभिभावकों के चेहरे पर मुस्कान ला दी है। CBSE की यह कोशिश भी रही कि परीक्षा का पैटर्न संतुलित और सभी छात्रों के लिए समान अवसर प्रदान करने वाला हो।
लड़कियों ने फिर मारी बाजी, लड़कों से बेहतर रहा प्रदर्शन
इस साल का परिणाम एक बार फिर यह साबित करता है कि छात्राएं न केवल मेहनती हैं बल्कि परिणाम के स्तर पर भी अग्रणी बनी हुई हैं।
- लड़कियों का पास प्रतिशत रहा 91.64%,
- जबकि लड़कों का पास प्रतिशत 85.70% रहा।
इसका मतलब यह है कि छात्राएं लड़कों से लगभग 5.94 प्रतिशत आगे हैं। यह अंतर काफी मायने रखता है और यह एक सामाजिक संकेत भी है कि शिक्षा में अब लड़कियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं।
CBSE ने भी इस सफलता को सराहा और सभी छात्राओं को उनके मेहनत के लिए बधाई दी।
त्रिवेंद्रम जोन फिर से टॉप पर, बाकी जोनों का कैसा रहा प्रदर्शन?
CBSE ने रिजल्ट के साथ-साथ जोन वाइज प्रदर्शन का भी विवरण दिया है। त्रिवेंद्रम जोन ने इस बार भी अपनी श्रेष्ठता साबित करते हुए सबसे ज्यादा पास प्रतिशत हासिल किया है।
यह जोन पिछले कुछ वर्षों से टॉप पोजिशन पर बना हुआ है, और 2025 में भी उसने यह स्थान बरकरार रखा।
अन्य प्रमुख जोनों में दिल्ली रीजन, चेन्नई, अजमेर और पंचकूला भी अच्छे प्रदर्शन के साथ आगे रहे हैं। इन क्षेत्रों में छात्रों की संख्या भी अधिक होती है, जिससे इनका परिणाम शिक्षा के राष्ट्रीय स्तर पर भी प्रभाव डालता है।
90% और 95% से अधिक अंक लाने वाले छात्रों की संख्या भी बढ़ी
इस बार मेधावी छात्रों की संख्या में भी उल्लेखनीय बढ़ोत्तरी देखी गई है:
- 1.15 लाख से अधिक छात्रों ने 90 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त किए हैं।
- वहीं 24,000 से अधिक छात्रों ने 95 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए हैं।
यह न केवल छात्रों की मेहनत को दर्शाता है, बल्कि स्कूलों और शिक्षकों के प्रयासों को भी सलाम करता है जिन्होंने बच्चों को बेहतर मार्गदर्शन और तैयारी कराई।
कंपार्टमेंट में आए 1.29 लाख से अधिक छात्र
जहां एक ओर बड़ी संख्या में छात्र सफल हुए हैं, वहीं दूसरी ओर 1.29 लाख से अधिक छात्रों को कंपार्टमेंट में रखा गया है।
इसका अर्थ यह है कि ये छात्र किसी एक या दो विषयों में पास नहीं हो पाए और उन्हें अगली कंपार्टमेंट परीक्षा में शामिल होकर पास होना होगा।
CBSE ऐसे छात्रों के लिए जल्दी ही कंपार्टमेंट परीक्षा की तारीखों की घोषणा करेगा, ताकि वे बिना किसी तनाव के तैयारी कर सकें।
रिजल्ट देखने के लिए जरूरी जानकारियां
CBSE कक्षा 12वीं का रिजल्ट देखने के लिए छात्र नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं:
- आधिकारिक वेबसाइट https://results.cbse.nic.in/ पर जाएं।
- रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें।
- अपना रोल नंबर, स्कूल नंबर, सेंटर नंबर और जन्म तिथि (DOB) दर्ज करें।
- सबमिट करते ही आपका रिजल्ट स्क्रीन पर दिखाई देगा।
- चाहें तो उसे प्रिंट या पीडीएफ फॉर्मेट में सेव कर सकते हैं।
निष्कर्ष: छात्रों के लिए प्रेरणादायक है ये परिणाम
CBSE 12वीं का यह परिणाम न केवल आंकड़ों का खेल है, बल्कि भारत के शिक्षा जगत की दिशा और दशा को भी दर्शाता है। छात्राओं का शानदार प्रदर्शन, त्रिवेंद्रम जोन की लगातार टॉप पोजिशन, और मेधावी छात्रों की संख्या में बढ़ोत्तरी यह संकेत देती है कि शिक्षा का स्तर धीरे-धीरे मजबूत हो रहा है।
CBSE ने इस बार भी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ परिणाम जारी कर छात्रों और अभिभावकों का भरोसा कायम रखा है। उम्मीद है कि कंपार्टमेंट में आए छात्र भी अगली परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
शुभकामनाएं उन सभी छात्रों को जिन्होंने सफलता प्राप्त की और उन छात्रों को भी जो अगली परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं — यह शुरुआत है, मंज़िल अभी बाकी है!